भीमवाली मै जयभीमवाली
शान है जीसकी ~ ~ ~ , शान है जीसकी सबसे निराली
भीमवाली मै जयभीमवाली, भीमवाली मै जयभीमवाली
॥ धृ ॥
जमाना बित गया, जुल्मो को सहेने का
गुमसुम रहेने का, कुछ भी ना कहेने का
बनी हुँ मै कुंदन आग में तप तप कर
निगहेबां और रहेबर, मिला भीम आंबेडकर
ईल्म वो पाया है, नही मै डरती हुँ
सुनले सारा जहां ऐलान करती हुँ
बेटी हुँ भीम की शक्तीशाली
भीमवाली मै जयभीमवाली, भीमवाली मै जयभीमवाली
॥ १ ॥
दु:खो को झेला है, खतरों से खेला है
आजाद हुँ मै अभी, ना कुछ झमेला है
दुश्मन अब जलते है, हाथों को मलते है
तरक्की देख मेरी, बहोत मचलते है
शत्रु को जान लिया, खुब पहेचान लिया
सबक सिखाऊँगी, उनको ये ठान लिया
जंजीरे पाओं कि तोड डाली
भीमवाली मै जयभीमवाली, भीमवाली मै जयभीमवाली
॥ २ ॥
नया दम है मेरा, नया जोश-ए-खम है
हाथों में मेरे अब ये निला पर्चम है
आगे ही डटना है, पिछे ना हटना है
पाना है मंजिल को साथ संघटना है
भीम कि जनता में, मै नई ताकत हुँ
छेडे ना कोई मुझे, मै एक कयामत हुँ
आँधी तुफानो की मै हुँ पाली
भीमवाली मै जयभीमवाली, भीमवाली मै जयभीमवाली
॥ ३ ॥
गायीका : निशा भगत
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